मुफासा द लायन किंग फिल्म रिव्यू: शाहरुख खान की आवाज़ में मुफासा की प्रेरणादायक कहानी
अगर आप द लायन किंग फ्रेंचाइज़ी के फैन हैं, तो मुफासा: द लायन किंग फिल्म आपके लिए एक शानदार अनुभव साबित होगी। बैरी जेनकिंस के निर्देशन में बनी यह फिल्म मुफासा के जीवन की अनकही कहानी पर आधारित है। यह फिल्म बताती है कि कैसे मुफासा एक साधारण शावक से जंगल का राजा बना। आइए जानें कि इस फिल्म ने दर्शकों के दिलों पर क्यों जादू कर दिया।
release date – 20 दिसंबर 2024

मुफासा द लायन किंग फिल्म की कहानी :-
फिल्म की शुरुआत मुफासा के बचपन से होती है। वह एक साधारण शेर का बच्चा था, जो अपने माता-पिता के साथ खुशी-खुशी रह रहा था। लेकिन एक दिन उसके जीवन में सबकुछ बदल जाता है। एक बड़ी प्राकृतिक आपदा के कारण मुफासा अपने परिवार से बिछड़ जाता है।
यह घटना मुफासा को अकेला, बेबस और भटका हुआ बना देती है। जंगल में भटकते हुए मुफासा की मुलाकात टाका (जो आगे चलकर स्कार बनता है) से होती है। टाका उसे अपने घर लेकर जाता है, लेकिन वहां उसे स्वीकार्यता नहीं मिलती। टाका के माता-पिता (नवाब और ईशी) मुफासा को एक आवारा समझते हैं और उसे अपनाने से इनकार कर देते हैं। लेकिन टाका की मां ईशी उसे सहारा देती है और उसे अपने परिवार का हिस्सा बना लेती है।
मुफासा और टाका की दोस्ती
टाका और मुफासा दोनों साथ बड़े होते हैं। उनकी दोस्ती गहरी होती है, लेकिन कहीं न कहीं टाका के मन में मुफासा के प्रति ईर्ष्या की भावना भी पनपने लगती है। मुफासा की दृढ़ता, साहस और स्वाभाविक नेतृत्व क्षमता उसे टाका से अलग बनाती है।
किरोस का खतरनाक आगमन
जंगल में किरोस, एक ताकतवर और निर्दयी विलेन, प्रवेश करता है। किरोस के कारण जंगल के अन्य जानवर खतरे में पड़ जाते हैं। एक हादसे में किरोस मुफासा के करीबी को मार देता है। यह घटना मुफासा और टाका के जीवन में एक बड़ा मोड़ लेकर आती है।
मुफासा और टाका, अपने परिवार और जंगल को बचाने के लिए एक खतरनाक सफर पर निकलते हैं। इस सफर में वे कई बाधाओं का सामना करते हैं।
दोस्त से दुश्मन: टाका और मुफासा के रिश्ते में दरार
सफर के दौरान टाका के मन में मुफासा के प्रति जलन और गुस्सा बढ़ता है। उसे लगता है कि मुफासा हमेशा उसे पीछे छोड़ देता है। यह जलन धीरे-धीरे नफरत में बदल जाती है।
फिल्म का क्लाइमेक्स
कहानी के अंत में मुफासा और टाका का आमना-सामना होता है। यह टाका के लिए वह क्षण है, जहां वह तय करता है कि वह मुफासा का साथ देगा या उसके खिलाफ जाएगा।
फिल्म के आखिरी सीन में मुफासा जंगल का राजा बनता है। लेकिन यह कहानी वहीं खत्म नहीं होती। टाका की ईर्ष्या और नफरत को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि यही नफरत उसे आगे चलकर स्कार बनने के रास्ते पर ले जाती है।
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क्यों देखें मुफासा द लायन किंग फिल्म ?
1. लाजवाब विजुअल्स
फिल्म के विजुअल इफेक्ट्स और एनिमेशन इतने वास्तविक हैं कि हर सीन आपको मंत्रमुग्ध कर देगा। जंगल की खूबसूरती और जानवरों की बारीक डिटेलिंग दर्शकों को स्क्रीन से बांधे रखती है।
2. शानदार वॉइस एक्टिंग
शाहरुख खान ने मुफासा को अपनी दमदार आवाज दी है, जो किरदार को जीवंत बनाती है।
मयांग चांग ने टाका के जटिल व्यक्तित्व को बखूबी आवाज दी है।
आर्यन खान ने सिंबा और अबराम खान ने छोटे मुफासा के किरदार को अपनी आवाज देकर फिल्म को खास बना दिया है।
3 भावुक और प्रेरणादायक कहानी
फिल्म में मुफासा की जिंदगी के उतार-चढ़ाव को दिखाते हुए कई भावुक पल हैं। मुफासा का संघर्ष, उसके रिश्ते, और जंगल का राजा बनने का सफर आपको हर पल कहानी से जोड़े रखेगा।
4. कॉमेडी और संगीत का बेहतरीन मेल
पंबा (संजय मिश्रा) और टिमोन (श्रेयस तलपड़े) की जोड़ी अपने मजेदार संवादों से फिल्म में हंसी का तड़का लगाती है। वहीं, बैकग्राउंड म्यूजिक और गाने कहानी को और भी ज्यादा असरदार बनाते हैं।
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फिल्म की खास बातें:
1. सिनेमेटोग्राफी: फिल्म के विजुअल इफेक्ट्स शानदार हैं। जानवरों के एक्सप्रेशंस और उनकी इमोशनल गहराई को खूबसूरती से दिखाया गया है।
2. म्यूजिक और गाने: हालांकि फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर और गाने द लायन किंग जितने प्रभावशाली नहीं हैं, फिर भी कई गाने दिल को छूते हैं।
3. डायरेक्शन: बेरी जेनकिंस ने फिल्म को एक इमोशनल और प्रभावशाली स्टोरी के रूप में पेश किया है।
4. कैरेक्टर्स: मुफासा का किरदार पूरी फिल्म का मुख्य आकर्षण है। उसकी जर्नी को बहुत ही खूबसूरती से दिखाया गया है।
फिल्म की कमजोरियां:
1. कहानी की प्रेडिक्टेबिलिटी: यह पहले से तय है कि कहानी कहां जाएगी, जिससे कुछ दर्शकों को आश्चर्य का अभाव महसूस हो सकता है।
2. पेसिंग और स्क्रीनप्ले: फिल्म का पहला हाफ काफी प्रभावशाली है, लेकिन दूसरे हाफ में कहानी थोड़ी धीमी हो जाती है।
3. कुछ अनावश्यक सीन: प्राइड रॉक का ओरिजिन और कुछ अन्य डिटेल्स को दिखाना जरूरी नहीं था, जो फिल्म को थोड़ा खींचता है।
कुल मिलाकर:
फिल्म बच्चों और परिवारों के लिए एक अच्छी फैमिली एंटरटेनर है। द लायन किंग के फैंस इसे ज़रूर एंजॉय करेंगे, लेकिन जो दर्शक इस यूनिवर्स से जुड़े नहीं हैं, उन्हें यह सिर्फ एक साधारण फिल्म लग सकती है।
मेरा सुझाव:
अगर आप इमोशनल, विजुअल-रिच और फील-गुड स्टोरीज़ पसंद करते हैं, तो इसे थिएटर में देखें। साथ ही, डिज़्नी के अन्य एडवेंचर फैमिली मूवीज़ जैसे पीट्स ड्रैगन (2016) भी ज़रूर देखें।
फाइनल रेटिंग: 7/10
FAQ: मुफासा द लायन किंग फिल्म
क्या मुफासा और स्कार (टाका) भाई हैं?
हां, फिल्म में दिखाया गया है कि मुफासा और टाका (जो बाद में स्कार बना) भाई हैं। फिल्म उनके रिश्ते और मतभेदों को गहराई से दिखाती है।
क्या मुझे 2019 की द लायन किंग देखने की जरूरत है?
हां, यदि आपने द लायन किंग (2019) नहीं देखी है, तो मुफासा की कहानी और किरदारों को बेहतर समझने के लिए उसे देखना फायदेमंद होगा।
मुफासा की आवाज किसने दी है?
हिंदी वर्जन में मुफासा को शाहरुख खान ने अपनी आवाज दी है। उनके बेटे अबराम खान ने छोटे मुफासा की आवाज दी है।
मुफासा द लायन किंग फिल्म कितने समय की है?
यह फिल्म लगभग दो घंटे की है।
क्या यह फिल्म बच्चों के लिए है?
यह फिल्म सभी उम्र के दर्शकों के लिए है। इसे बच्चे और बड़े, दोनों साथ बैठकर देख सकते हैं।
फिल्म के डायरेक्टर कौन हैं?
फिल्म के डायरेक्टर बैरी जेनकिंस हैं, जिन्होंने द लायन किंग की विरासत को शानदार तरीके से आगे बढ़ाया है।