hisaab barabar movie review : आर माधवन की नई फिल्म कैसी है?
दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय हो रही हैं। Scam 1992, Scam 2003 और Lucky Baskhar जैसी शानदार कहानियों के बाद, अब ZEE5 पर आर माधवन नई फिल्म “हिसाब बराबर” लेकर आए हैं। इस फिल्म का ट्रेलर जब रिलीज़ हुआ, तो लोगों को लगा कि यह किसी बड़े बैंक घोटाले या मनी लॉन्ड्रिंग पर आधारित होगी। लेकिन क्या यह फिल्म अपने विषय के साथ न्याय कर पाई है? क्या हिसाब बराबर मूवी ZEE5 पर देखने लायक है, या यह सिर्फ एक एवरेज मनी स्कैम फिल्म बनकर रह गई?
अगर आप भी जानना चाहते हैं कि हिसाब बराबर फिल्म कैसा है, तो इस रिव्यू में हम बात करेंगे इसकी कहानी, एक्टिंग, स्क्रीनप्ले, म्यूजिक और आखिर में यह भी बताएंगे कि आपको इसे देखना चाहिए या नहीं। तो चलिए शुरू करते हैं इस हिसाब बराबर मूवी रिव्यू को और जानते हैं कि फिल्म में कितना दम है!
Hisaab barabar movie कि स्टोरीलाइन (बिना स्पॉइलर के)
फिल्म की कहानी घूमती है राधे मोहन शर्मा (आर. माधवन) के इर्द-गिर्द, जो एक बेहद अनुशासित और हर पैसे का सही हिसाब रखने वाला इंसान है। वह एक प्राइवेट बैंक में अकाउंट होल्डर है, जिसके ओनर मिक्की मेहता (नील नितिन मुकेश) पर 2000 करोड़ का स्कैम करने का आरोप है। राधे को इस घोटाले की सच्चाई समझ में आ जाती है, लेकिन क्या वह इसे दुनिया के सामने ला पाएगा? और क्या मिक्की मेहता उसे आसानी से ऐसा करने देगा?
यही है फिल्म की असली जर्नी!
Hisaab barabar movie review in hindi
फिल्म का प्रेजेंटेशन और स्क्रीनप्ले
फिल्म का कॉन्सेप्ट मजबूत है, लेकिन इसकी सबसे बड़ी कमजोरी है – कमजोर स्क्रीनप्ले और औसत प्रेजेंटेशन। हाल ही में रिलीज़ हुई Scam 1992, Scam 2003 और Lucky Baskhar जैसी शानदार स्कैम-बेस्ड कंटेंट की तुलना में, हिसाब बराबर की कहानी बहुत ही साधारण और अनुमान लगाने लायक लगती है।
थ्रिल कि कमी – कहीं भी कोई ऐसा पल नहीं आता, जहां दर्शक सीट से चिपक जाएं।
एज-ऑफ-द-सीट मोमेंट्स गायब: फिल्म में वो इंटेंस सस्पेंस या टेंशन बिल्डअप मिसिंग है, जो इस जॉनर की फिल्मों को खास बनाता है।
संवाद (डायलॉग्स) और फोर्स्ड कॉमेडी: संवादों में दम नहीं है और जबरदस्ती की गई कॉमेडी फिल्म को और भी कमजोर बना देती है।
कैरेक्टर परफॉर्मेंस
आर. माधवन – हमेशा की तरह शानदार!
आर. माधवन ने राधे मोहन शर्मा के किरदार में अपनी पूरी जान डाल दी है। उनकी स्क्रीन प्रेजेंस और नैचुरल एक्टिंग शानदार है। लेकिन, उनकी पावरफुल एक्टिंग भी कमजोर डायलॉग्स और स्क्रीनप्ले की वजह से पूरी तरह से उभर नहीं पाई।
नील नितिन मुकेश – एकदम फीका विलेन
अगर आप 2000 करोड़ के स्कैम करने वाले आदमी का रोल कर रहे हैं, तो उसमें दमदार औरा होना चाहिए। लेकिन मिक्की मेहता के रूप में नील नितिन मुकेश पूरी फिल्म में सिर्फ पिटते ही नजर आते हैं। विलेन का कोई स्ट्रॉन्ग इम्पैक्ट नहीं बनता।
कीर्ति कुल्हाड़ी – गजब का टैलेंट, लेकिन स्क्रीन टाइम कम
कीर्ति कुल्हाड़ी जैसी टैलेंटेड एक्ट्रेस को बहुत ही कम स्क्रीन टाइम मिला है, जिससे उनका किरदार खास असर नहीं डाल पाता।
हिमांशु मलिक – नॉस्टैल्जिक सरप्राइज, लेकिन कमजोर किरदार
अगर आपने तुम बिन देखी है, तो आपको हिमांशु मलिक का किरदार याद होगा। इस फिल्म में उन्हें देखकर नॉस्टैल्जिया तो आता है, लेकिन उनका रोल बहुत ही कमजोर और बेअसर है।
क्या इस फिल्म में कोई X-फैक्टर है?
अगर आपको मनी स्कैम बेस्ड कंटेंट पसंद है, तो फिल्म का कॉन्सेप्ट आपको इंट्रेस्टिंग लग सकता है। लेकिन इसे जिस तरीके से एक्सीक्यूट किया गया है, वह इसे एक एवरेज थ्रिलर बना देता है।
पॉजिटिव पॉइंट्स:
✅ आर. माधवन की शानदार एक्टिंग
✅ छोटा रनटाइम – केवल 1 घंटे 51 मिनट
✅ फैमिली फ्रेंडली कंटेंट
नेगेटिव पॉइंट्स:
❌ कमजोर स्क्रीनप्ले और प्रेजेंटेशन
❌ बिना थ्रिल वाला स्कैम ड्रामा
❌ फोर्स्ड कॉमेडी और फीका विलेन
Storypadhoo.com के नुसार– देखें या स्किप करें?
अगर आप सिर्फ टाइम पास करने के लिए कुछ देखना चाहते हैं, तो हिसाब बराबर एक बार देख सकते हैं। लेकिन अगर आप Scam 1992 या Lucky Baskhar जैसी फिल्म की उम्मीद कर रहे हैं, तो यह आपको निराश कर सकती है।
⭐ रेटिंग: 2.5/5
🎬 देखें अगर:
आप आर. माधवन के फैन हैं।
आपको मनी स्कैम टॉपिक्स पसंद हैं।
आप एक हल्की-फुल्की फिल्म चाहते हैं।
⛔ स्किप करें अगर:
आप हाई-इंटेंसिटी थ्रिलर की उम्मीद कर रहे हैं।
आपको मजबूत स्क्रीनप्ले और डायलॉग्स चाहिए।
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🚀 मिलते हैं अगले रिव्यू में – तब तक के लिए खुश रहिए और बढ़िया कंटेंट देखते रहिए!