love story in hindi : uruku patela South movie explain
Famous Love story in hindi uruku patela review:-
फिल्म का नाम – उरुकु पटेला
स्टार कास्ट. – तेजस कंचेरला,
खुशबू चौधरी , गोपराजू रमणा
डायरेक्टर. – विवेक रेड्डी
प्रोडूसर. – कंचेरला बाला भानु
फिल्म का टाइम. – 2h 1m
रिलिज date. – 7 sep, 2024
IMDb रेटिंग. – 7/10

उरुकू पटेला love story movie की पुरी कहानी विस्तार मैं –
कहानी की शुरु में हम 10 साल के पटेला को देखते हैं वो स्कूल जाता है लेकिन स्कूल में वह पढ़ने नहीं लड़कियां को पटाने जाता है पटेल का दोस्त उसको बोलता है अगर तू आगे बैठेगा तो शायद क्लास की टॉपर लड़की तुझसे पट जाएगी ,और पटेला जाकर आगे बैठ जाता है|और टॉपर लड़की को पटाने की कोशिश करता है लेकिन वो लड़की भी पटेला को बॉयफ्रेंड बनाने से मना कर देती है क्योंकि क्लास का टॉपर लड़का उसका बॉयफ्रेंड होता है वो लड़की उससे बोलती है ,कि तू हमेशा फेल होता है तुझसे शादी कौन करेगा यह बात पटेला के दिल पर लग जाती है वो अपनी टीचर से वादा करता है कि इस बार क्लास में टॉप करुंगा लेकीन हमेशा की तरह वो इस बार भी फेल हो जाता है, इसके बाद से पटेला निर्णय लेता है कि अबसे वह पढ़ाई नहीं करेगा बल्कि किसी पढ़ी-लिखी लड़की से शादी करेगा और उस दिन के बाद से पढ़ी लिखी लड़की को ढूंढकर उससे शादी करना पटेला की जिंदगी का लक्ष्य बन जाता है|
15 साल के बाद पटेला और उसके दोस्त बड़े हो जाते हैं , और पटेला की जिंदगी का लक्ष्य अभी भी वही था उसके पापा रामा राजू गांव के सरपंच थे तो पटेला के पास पैसों की कोई कमी नहीं होती वो अभी तक गांव की सभी लड़कियों को शादी के लिये बोल चुका था, लेकिन सारी लड़कियां पटेला को शादी के लिए इंकार करती हैं एक दिन पटेला अपने एक दोस्त की शादी में जाता है शादी में वो एक खूबसूरत लड़की को देखता है पटेला के दोस्त की वाइफ उसे बताती है कि वो लड़की मेरी फ्रेंड है उसका नाम अक्षरा और वह एक डॉक्टर है | पटेला अब अक्षरा से ही शादी करने का इरादा करता है उसके अगले दिन वो अक्षरा से मिलने हॉस्पिटल पहुंच जाता है वो अक्षरा की केबिन में जाता है केबिन में अक्षरा के साथ एक और डॉक्टर होता हैं उसका नाम चिराग है वो भी अक्षरा से प्यार करता है लेकिन अक्षरा उसे पसंद नहीं करती , पटेल उससे कहता है कि मेरे दिल में थोड़ा-थोड़ा दर्द हो रहा है अक्षरा उसे दवा दे देती है उसके बाद पटेला अपने घर जाता है आज वोह बहुत ज्यादा खुश होता है और उसकी खुशी देखकर रामा राजू पटेला से पूछता है क्या हुआ पटेला अपने पापा को अक्षरा के बारे में सब कुछ बता देता है जिसके उसके पापा अपने बेटे को लड़की पटाने में मदत करते है वो गांव में एक फ्री मेडिकल कैंप करवा देते हैं इस कैंप की मेन डॉक्टर अक्षरा होती है, फिर रामा राजू पटेला से कहता हैं की अक्षरा कॅम्प समाप्त होणे तक हमारे घर में ही रहेगी तो तुम उसे पटा लेना|
गांव में मेडिकल कैंप चल रहा होता है अक्षरा पुरा दिन कैंप में होती है और रात में पटेला के घर पर रुकती है और एक दिन अचानक पंचायत ऑफिस में विरोधी पार्टी का लीडर और उसका बेटा आता है रामाराजू ने उसके बेटे की एजेंसी को बंद कर दिया था उसका बेटा रामाराजू की कॉलर पकड़ कर मारने कि कोशिश करता है, तभी उधर पटेला आता है और वो विरोधी पार्टी के लीडर और उसके बेटे दोनों को बहोत मारता है खैर रामाराजू समझाकर उसे घर भेज देता है | रात को रामा राजू उसके घर आता है पटेला अभी भी गुस्से में था अब रामा राजू भी समझ जाता है कि मेरा बेटा मुझसे बहुत प्यार करता है और मेरा अपमान बर्दास्त नहीं कर सकता ऊपर से अक्षरा भी उन दोनों को देख रही थी यह देखकर वो पटेला से इंप्रेस हो जाती है इसके बाद पटेला ऊपर अक्षरा के पास जाता है और उधर सिगरेट पीते हूये वो अक्षरा से कहता है कि, ज्यादा टेंशन होता हैं तो मैं सिगरेट पीता हूं लेकिन अक्षरा उसका सिगरेट छीनकर फेंक देती है और बोलती है कि अगर किसी को अच्छी जिंदगी देना चाहते हो तो सबसे पहले सिगरेट छोड़ दो पटेला भी समझ जाता है कि अक्षरा उसे हिंट दे रही है वो मन ही मन खुश हो जाता है और उस दिन के बाद से दोनों एक साथ घूमना शुरू कर देते हैं|
मेडिकल कैंप का आखिरी दिन आ जाता है अक्षरा पटेला को प्रपोज करने वाली होती है, पास में बच्चे क्रिकेट खेल रहे होते हैं और बॉल जाकर एंबुलेंस के ड्राइवर को लग जाती है उसका बैलेंस बिगड़ जाता है और वो अक्षरा को ठोकने वाला होता है, लेकिन तभी पटेला उसे धक्का दे देता है और खुद एंबुलेंस से टकरा जाता है जब हॉस्पिटल में पटेला की आंख खुलती है तब रामा राजू अक्षरा और पटेला के दोस्त उसके पास होते हैं , वहा अक्षरा की भाभी जाती है वो भी डॉक्टर थी और वह पटेला को बताती है कि तुम्हारा एक पैर ठीक हो जाएगा लेकिन दूसरे पैर से तुम कभी नहीं चल पाओगे उसके बाद पटेला अपने घर आ जाता है अक्षरा भी उसके साथ-साथ उसके घर आती है |और अक्षरा उसका पूरा ख्याल रखती है उस वक्त पटेला के दिमाग में ख्याल आता है कि मैं ठीक-ठाक था तो गांव की सारी लड़कियों ने मुझे रिजेक्ट कर दिया था और अब तो मैं लंगड़ा हो गया हूं तो अब मुझसे शादी कौन करेगा , हम देखते हैं कि अक्षरा की मां पैरालाइज्ड है अक्षरा के पापा हर जगह उसका इलाज करवा चुके हैं लेकिन वो ठीक नहीं हो रही थी अक्षरा भी वहां आ जाती है और वोह अपने पापा से कहती है मैं पटेला से शादी करना चाहती हूं और अक्षरा पापा को शादी के लिये मना लेती हैं और पूरी फैमिली मिलकर पटेला के घर रिश्ते की बात करने आ जाते हैं और उन दोनो का रिश्ता पक्का हो जाता है अब अक्षरा के पापा रामा राजू को बताते हैं कि दो दिन बाद अक्षरा का बर्थडे है और उस दिन हम हॉस्पिटल में एक नया ब्रांच भी ओपन कर रहे हैं आप भी जरूर आना लेकिन रामा राजू घर के नौकर के साथ पटेला को भेज देते हैं दोनों हॉस्पिटल पहुंचते हैं, लेकिन केक लाना भूल गए थे तो नौकर केक लाने के लिए चला जाता है अक्षरा पटेला को हॉस्पिटल के अंदर ले जाती है और अक्षरा के पापा उससे कहते हैं कि तुम नीचे रहो हम लोग ऊपर से पूजा पूरी करके वापस आते हैं | पटेला काफी देर तक नीचे उनका इंतजार करता है और फिर उन लोगों को देखने के लिए ऊपर आ जाता है वो देखता है कि व्हील चेयर पर एक अनजान आदमी भी होता है वह आदमी बेहोश था तभी एक तांत्रिक चाकू निकाल कर उस आदमी को मारता है दरअसल वह काला जादू कर रहे होते हैं क्योकी अक्षरा की मां जल्दी ठीक हो सके बाद मैं तांत्रिक चाकू अक्षरा को देता है और कहता है कि सुबह होने से पहले पटेला को इसी चाकू से मारना होगा जिसके बाद तुम्हारी मां ठीक हो जाएंगी पटेला यह सबकुछ देख लेता है और नीचे जाता है |
कुछ समय बाद अक्षरा और उसकी पूरी फैमिली वाले पटेला के पास आ जाते हैं पटेला उनके सामने नाटक करता है कि जैसे उसने कुछ देखा ही नहीं अक्षरा पटेला को व्हील चेयर पर बैठा लेती है और उसे हॉस्पिटल के अंदर ले जाती है वो सब पटेला को कमरे में बंद करते और कहते है कि अभी पूजा थोडी बाकी हैं उन्हें पूरा करके हम वापस आते है लेकिन अब पटेला खुद को बचाने के लिए सबसे पहले अपने पापा को कॉल करता है लेकिन वो कहते हैं कि तुम अपनी गर्लफ्रेंड के साथ मजे करो मैं बाद मे कॉल करूंगा यह बोलकर फोन कट कर देते है , फिर पटेला नौकर को भी कॉल करता है लेकीन वो एक ठेके पर बैठकर दारू पी रहा होता है और वो भी पटेला का फोन काट देता है पटेला अकेले पड़ जाता है तभी पुलिस स्टेशन में कॉल करके बताता है कि कुछ लोग मुझे मारने की कोशिश कर रहे हैं फिर वो अक्षरा को कॉल करता है उसे बड़े प्यार से बर्थडे विश करता है और थोड़ी देर के लिए मिलने बुलाता है अक्षरा उससे मिलने के लिए आती है पटेला उसे प्रपोज करते हुए अंगूठी देता है और उसके साथ बाहर तक आ जाता है बाहर पुलिस वाले लेकीन पटेला देखता है कि पुलिस वाला तांत्रिक के पैर छू रहा है पटेला समझ जाता है कि पुलिस वाले भी उसकी मदद नहीं कर सकते वो भागकर हॉस्पिटल के अंदर ही छुप जाता है अब अक्षरा की पूरी फैमिली समझ जाती है कि , पटेला जानता है कि हम उसे मारने वाले हैं और वो सब मिलकर पटेला को हॉस्पिटल में ही ढूंढना शुरू कर देते हैं पटेला स्टोर रूम में बैठा है वो लोग पटेला को पकड़ने के लिए आगे बढ़ते हैं तो पटेला उनके सामने स्प्रिट की शीशियां फोड़ देता है और आग लगा देता है और वहां से बचकर भागने की कोशिश करता है पर तभी कोई पीछे से उसके सर पर वार करता है और पटेला बेहोश हो जाता है थोड़ी देर बाद उसकी आंख खुलती है तब वो हॉस्पिटल के बेड पर होता है डॉक्टर चिराग भी उसके पास ही होता है वो अक्षरा से मिलने के लिए आया था और उसी ने पटेला को यहां पर बांध कर रखा था तभी उसी वक्त अक्षरा की भाभी उनके पास आती है वो पटेला को छुड़ा देती है और पटेला से बोलती है कि मेरी फैमिली तुम्हें मारना चाहती हैं , वो बोलती है कि तांत्रिक ने उनसे कहा है वो लोग तुम्हें मारकर तुम्हारे खून से अक्षरा की मां को नहला कर पूजा करवाएंगे तो वह ठीक हो जाएंगी चिराग भी यह सुनकर डर जाता है वो दोनों सीढ़ियों से जा रहे होते हैं तभी वह आदमी सामने आता है जो कोई और नहीं पटेला का नौकर होता है पटेला और उसका नौकर भागने की कोशिश करते है तभी अक्षरा का बाप स्पीकर पर अनाउंस करता है कि हमने तुम्हारे बाप को बंदी बनाकर रखा है और अगर सूरज निकलने से पहले तुमने सरेंडर नहीं किया तो हम उसे जान से मार देंगे अपने पिता की जान को खतरे में देख पटेला तुरंत सरेंडर करने के लिए मान जाता है |
आगे हम देखते है तांत्रिक के लोग पटेला के सामने आकर जान से मारने की कोशिश करते हैं लेकिन लंगड़े पैर से पटेला उनके साथ फाइट करता है तभी लढाई के वक्त पटेला का दूसरा पैर भी अचानक से ठीक हो जाता है और पटेला उन सबको मारकर भगा देता है उसके बाद वो अपने पापा को बचाने के लिए जाता है लेकिन तभी अक्षरा उसे देख लेती है और पटेला से बोलती हैं की मैं तुम्हें मारना नहीं चाहती मैं तुम्हारी तरफ हूं मेरी फैमिली उस तांत्रिक की बातों पर भरोसा करती है और तुम्हें बचाने के लिए मैं नाटक कर रही थी फिर वो भी पटेला के साथ मिलकर उसके पापा को छुड़ाने का प्लान बनाते हैं पटेला अक्षरा की गर्दन पर चाकू रखकर उसके पापा के सामने जाता है और अक्षरा के बदले अपने पापा को छोड़ने के लिए कहता है जैसे ही वो लोग रामाराजू को छोड़ते हैं पटेला का नौकर स्मोक गैस छोड़ देता है और उसका फायदा उठाकर अक्षरा रामाराजू को लेकर पटेला के पास आ जाती है और वो चारों भागने लगते हैं | उस वक्त तांत्रिक पटेला से जोर से कहता है कि आज तू मेरे हाथों से बच गया लेकिन याद रखना कि तेरी मौत मेरे ही हाथों से लिखी है इसके बाद गुस्से में पटेला उसके पास जाकर तांत्रिक से पूछता है कि आखिर मैंने ऐसा किया क्या है जो तुम मुझे मारना चाहते हो तब तांत्रिक उसे 15 साल पहले की एक घटना बताता है हम देखते hai ki 15 साल पहले पटेला और उसके दोस्त खेतों में खेल रहे थे तभी पटेला ने कुछ दूरी पर आग जलते हुए देखा था जिसके बाद पटेला और उसके दोस्त वहां जाते हैं तो देखते हैं कि एक तांत्रिक काला जादू करते हुए एक आदमी की बलि देने वाला है पटेला और उसके दोस्त पूरे गांव वालों को इकट्ठा कर लेते हैं और गांव वाले उस तांत्रिक को पकड़ लेते हैं लेकिन उसका चेला बचकर भाग जाता है और वह कोई और नहीं यही तांत्रिक था| वो कहता है कि मेरे गुरु को पकड़वाने के बाद तुम्हारी फोटो अखबार में छपी थी और तब से मैं तुम्हें मारना चाहता था फिर 15 साल बाद मैंने तुम्हें उस मेडिकल कैंप में देखा था जिसके बाद तुम्हें मारने के लिए मैंने कई सारे प्लान बनाए अब तांत्रिक की सच्चाई सामने आ चुकी थी तो अक्षरा का भाई और उसके पापा दोनों मिलकर तांत्रिक को बहुत मारते हैं और आखिरकार अक्षरा और पटेला की शादी हो जाती है जाती है | अगले दिन पटेला अक्षरा की भाभी से मिलने के लिए जाता है वो उनसे पूछता है कि, हॉस्पिटल में आपने ही मेरी रिपोर्ट पढ़ी थी और आपने ही कहा था कि मेरा एक पैर कभी ठीक नहीं हो सकता तो आपने यह क्यों कहा कि अक्षरा ने जानबूझकर मुझे लंगड़ा बनाया था इसके अलावा जब तांत्रिक ने पूरी फैमिली से कहा था कि मुझे बस एक छोटा सा जख्म देना है तो आपने यह क्यों कहा कि सब लोग मुझे मारना चाहते हैं तब अक्षरा की भाभी कबूल कर लेती है दरअसल जिस तांत्रिक को पटेला ने पकड़वा या था वो श्रेया का बाप था और गांव वालों ने उस रात को ही तांत्रिक को फांसी पर लटका दिया था पटेला श्रेया की सारी बातें रिकॉर्ड कर लेता है और उसे पुलिस के हवाले कर देता है |
इसी के साथ यह फिल्म भी यहा खत्म हो जाती है |
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